Friday 27 March 2020

कोरोनावायरस कब समाप्त होगा? एक ज्योतिषीय रिपोर्ट

कोरोनावायरस कब समाप्त होगाएक ज्योतिषीय रिपोर्ट

उपन्यास कोरोनोवायरस ने पूरी दुनिया पर भारी असर डाला है। इस तरह की महामारी की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है और इससे किसी को भी नहीं बख्शा जा रहा है। यह वायरस जिसका उद्गम चीन से हुआ था, अब पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, दुनिया भर में मरने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, और ऐसा लगता है कि इसका कोई अंत नहीं है। हर कोई इस सवाल का जवाब तलाश रहा है कि कोरोनावायरस कब खत्म होगा?
इसके अलावा, इस वायरस को रोकने में मदद करने के लिए कोई टीका नहीं है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग कोरोनावायरस से बुरी तरह प्रभावित होते हैं । हालांकि, सवाल यह है कि यह वास्तव में कब रुकेगा। हताशा काफी स्पष्ट है क्योंकि लोग लंबे समय तक आत्म-संगति कर रहे हैं । इस अत्यधिक संक्रामक वायरस के उद्भव से सब कुछ बाधित होता है।
हालांकि, विशेषज्ञ ज्योतिषियों के अनुसार , कोरोनावायरस लंबे समय तक नहीं रहेगा। क्या आप कोविद 19 जैसे सवाल कर रहे हैं? कोरोनावायरस कब खत्म होगा क्या कोरोनावायरस का कोई टीका है? आगे पढ़ें और जानें कि यह महामारी हमें कब विदाई देगी।

ज्योतिषीय विश्लेषण

राहु हमारे शरीर की सभी व्याधियों का मूल कारण है। कोरोनोवायरस अपक्षय राहु और इसके स्थान के कारण है। इसके अलावा, अंतर्निहित दुख के लिए नमक जोड़ने के लिए शनि 21 मार्च को मंगल में प्रवेश करता है । यह मानव जाति और इस बीमारी के प्रति उनकी भेद्यता को बहुत प्रभावित करेगा।
  • हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों के अनुसार , जब सूर्य राहु को पार कर जाता है और रेवती तारे पर हमला करता है, तो वायरस पुनरावृत्ति करना शुरू कर देगा। यह एक व्यापक भविष्यवाणी है जो सभी द्वारा अनुमानित है। यह प्रमुख घटना वायरस को ग्रह पर इसके प्रभाव को कम करने में मदद करेगी।
  • सूर्य मानव जाति का मुख्य बल है जो पृथ्वी को जीवन देता है। जैसे ही सूर्य 14 अप्रैल के आसपास मेष राशि में प्रवेश करेगा, तनाव बहुत जल्द ही समाप्त हो जाएगा। लोगों की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होने लगेगा। साथ ही, समग्र स्वास्थ्य इस दिन से बेहतर हो जाएगा।
  • चिकित्सकीय रूप से अपार वृद्धि होगी और बात वापस आ सकती है। 15 अप्रैल के बाद माइक्रोब का मुकाबला करने के लिए चिकित्सा क्षेत्र में एक नया आविष्कार होगा। इसके अलावा, वैज्ञानिकों ने पहले से ही महामारी को नियंत्रित करने के लिए टीके लगाने शुरू कर दिए हैं । हालांकि, कोरोनावायरस प्रभाव केवल जून के महीने में पूरी तरह से धो देगा।
  • शनि भारत के चार्ट में चंद्रमा की डिग्री में एक संघर्ष पैदा कर रहा है । इस प्रकार संक्रमित कोरोनावायरस की वसूली धीमा हो जाती है। फिर भी, जैसे-जैसे मंगल डिग्री पार करेगा स्थिति बेहतर होगी। नागरिकों में दहशत की स्थिति फिर से आ जाएगी और चीजें सामान्य हो जाएंगी।

निष्कर्ष

जब तक कोई टीका न हो, सभी लोगों से अनुरोध है कि वे सामाजिक दूरी बनाए रखें । सामाजिक समारोहों एक सख्त संख्या है ताकि लोग इस वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील न हों। संक्रामक वायरस अब एक अभूतपूर्व दर से बढ़ गया है। इसलिए जरूरी होने पर ही घर से बाहर कदम रखें। कम से कम 20 सेकंड के लिए हाथ धोएं। अपने मुंह और नाक को मास्क से ढकें। जब भी आप बाहर जाएं तो एक सैनिटाइजर कैरी करें।

Coronavirus And Astrology: 15 अप्रैल को मेष राशि में उच्च के होंगे सूर्य, कोरोना से मिलेगी राहत

Coronavirus And Astrology: 15 अप्रैल को मेष राशि में उच्च के होंगे सूर्य, कोरोना से मिलेगी राहत

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कोरोना वायरस की भयावह स्थिति देखते हुए जो लोगों में भय उत्पन्न हुआ है यह विश्व व्यापी है, लेकिन इस पृथ्वी पर कुछ भी बिना ग्रहीय चाल के संभव नहीं है। कहीं ना कहीं ग्रहों का प्रभाव रहता है जो अच्छे या बुरे को प्रभावित करता है। वैसे तो ग्रहों की चाल देखें तो इसमें 22 मार्च 2020 से मंगल अपनी उच्च राशि मकर में प्रवेश किया है और राशि स्वामी शनि के साथ योग बनाए हुए है। यह योग लोगों में भय व्याप्त करवाएगा, साथ ही साथ प्रशासन व लोगों में तनाव की स्थिति उत्पन्न भी करवाता है। 
30 मार्च को बृहस्पति खुद मकर राशि में प्रवेश करेंगे। उसके उपरांत यह भय कम होगा और महामारी पर भी नियंत्रण होना आरम्भ हो जाएगा। शनि के साथ बृहस्पति का योग बनने से भी महामारी पर चिकित्सा द्वारा नियंत्रण करने में सफलता प्राप्त होगी और गोचर में जब सूर्य 13 अप्रैल, 2020 को रात्रि 8.23 मिनट पर मीन से मेष राशि में अपनी उच्च राशि में प्रवेश करेंगे तब जाकर पूर्णतः महामारी की स्थिति पर क़ाबू पाया जा सकेगा।

लेकिन इसके वावजूद भी हमारे वेदों में पुराणो में किसी भी स्थिति से मुक्ति पाने के लीय मंत्र चिकित्सा सर्वोपरी बताया गया है ,धर्म और वेदों के अनुसार किसी भी महामारी से मुक्ति पाने के लिए कुछ युक्ति बताई गयी है जैसे अपने घर में सुबह और संध्या समय में नीम की लकड़ी या पत्तों की धुनी जलाए, घर का वातावरण साफ़ और पवित्र रखे, कपूर को खुली कटोरी में रखे, साथ ही साथ व्यक्तिगत जीवन जीने की कोशिश करें जैसे गुरुकुल में सिखाया जाता था कि अपना वस्त्र, अपना बिस्तर और अपनी तमाम चीजें किसी को छूने ना दें जैसे व्रत के समय में होता है। 

श्री मार्कण्डेय पुराण में श्री दुर्गासप्तशती में किसी भी बीमारी या महामारी का उपाय देवी के स्तुति तथा मंत्र द्वारा बताया गया है जो कि अत्यंत प्रभाकरी है... 

रोग नाश के लिए
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति॥

महामारी नाश के लिए
ऊँ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।

यह दो मंत्र अत्यंत प्रभावकारी है। 
मां दुर्गा का ध्यान करते हुए दीपक प्रज्वलित कर इन मंत्रो का जाप करना चाहिए।  मानसिक जाप भी करे लेकिन किसी को स्पर्श ना करे मौन रहने की कोशिश करें। मां भगवती सबका कल्याण करने वाली हैं ममतामई हैं अपने भक्तों का पुकार अत्यंत शीघ्र सुनती हैं।  आप सभी के कल्याण हेतु प्रार्थना है। 

आयुर्वेद के ये उपाय

आयुर्वेद के ये उपाय बढ़ाते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता...कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाएंगे

आयुर्वेद में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के बहुत से उपाय हैं। कोरोना वायरस का उन पर ज्यादा खतरा मंडरा रहा है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है



कोरोना वायरस का संक्रमण देश में शहर दर शहर फैलता जा रहा है। अबतक 200 मामले सामने आये हैं। दुनिया भर में इस वायरस के कारण अब तक हजारों लोगों की मौतें हो चुकी है। कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार तमाम तरह के स्वच्छता अभियान चला रहा है। लोगों से साफ-सफाई रखने, भीड़-भाड़ से बचने, संक्रमित लोगों के संपर्क से बचने जैसी अपील की जा रही है। कोरोना वायरस को लेकर हो रहे शोध में यह बात सामने आई है कि अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होगी तो कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा है। आज हम आपको बताएंगे कि अपनी प्रतिरोधक क्षमता को कैसे बढ़ाएं...आयुर्वेद में कई ऐसी औषधि हैं जो मानव शरीर की रोग से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है।

आयुर्वेद में ऐसे कई तरह के जूस बताए गए हैं, जिससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है। आपको नियमित तौर पर आंवला, एलोवेरा, गिलोय आदि का जूस पीना चाहिए।

तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र तो माना ही जाता है, आयुर्वेद में भी इसकी बहुत महत्ता है। आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पानी में तुलसी रस की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं। ऐसा करना लाभकारी होगा।

सर्दी और बदन दर्द जैसी समस्या में तो गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से आराम मिलता ही है। ऐसा करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए आयुर्वेद में कई तरह के काढ़ा का सेवन करने की सलाह दी गई है। जैसे- गुडूच्यादि काढ़ा, अष्टादसांग काढ़ा या सिरिशादी काढ़ा। इनका सेवन करना उत्तम रहेगा और आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी।

Nakshatra Chart


Monday 23 March 2020

आयुर्वेद के 7 उपाय

Coronavirus Prevention: आयुर्वेद के 7 उपाय, जो वायरस से लड़ने के लिए बढ़ाएंगे आपकी 'इम्यूनिटी'

दुनियाभर के देशों में फैल रहे कोरोना वायरस की शुरुआत जिस चीन से हुई थी, वहां इससे संक्रमण के नए मामलों पर पहले की अपेक्षा लगाम लगी है। वहीं, दूसरी ओर भारत, अमेरिका, इटली समेत कई देशों में रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं। इस वायरस के कारण अब तक हजारों लोगों की मौतें हो चुकी है। कोरोना वायरस से बचने के लिए साफ-सफाई रखने, भीड़-भाड़ से बचने, संक्रमित लोगों के संपर्क से बचने जैसे उपाय बता रहे हैं। कोरोना वायरस को लेकर हो रहे शोधों में यह बात तो स्पष्ट हो चुकी है कि यदि आपकी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ी तो आपको कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा है। इम्यूनिटी बेहतर बनाए रखने और बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में कई उपाय बताए गए हैं।
कोरोना वायरस से बचने के लिए नियमित तौर पर साफ सफाई करते रहना तो जरूरी है ही, इसके अलावा यदि आपकी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर रहेगी तो आप औरों के तुलना में कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने में ज्यादा सफल रहेंगे। आयुर्वेद में ऐसे कई तरह के जूस बताए गए हैं, जिससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है। आपको नियमित तौर पर आंवला, एलोवेरा, गिलोय आदि का जूस पीना चाहिए।

तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र तो माना ही जाता है, आयुर्वेद में भी इसकी बहुत महत्ता है। आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पानी में तुलसी रस की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं। ऐसा करना लाभकारी होगा।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए आयुर्वेद में कई तरह के काढ़ा का सेवन करने की सलाह दी गई है। जैसे- गुडूच्यादि काढ़ा, अष्टादसांग काढ़ा या सिरिशादी काढ़ा। इनका सेवन करना उत्तम रहेगा और आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी




सर्दी और बदन दर्द जैसी समस्या में तो गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से आराम मिलता ही है। ऐसा करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है।



अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए आप चाहें तो तुलसी की 5 पत्तियां लें, उसके साथ 4 काली मिर्च, 3 लौंग और एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर शहद के साथ ले सकते हैं। इसका नियमित सेवन करना आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
आप चाय तो पीते ही होंगे। बस आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है, 10 तुलसी के पत्ते, 5-6 काली मिर्च, अदरक और थोड़ी दालचीनी डालकर चाय बनानी है। इसे आपको नियमित तौर पर पीना है। ऐसा करने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी और कई रोगों से बचाव होगा।




ये ऐसे तमाम उपाय हैं, जिनके जरिए आप अपना इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बना सकते हैं। आप चाहें तो घर और आस-पास के वातावरण को शुद्ध और स्वच्छ रखने के लिए आप नियमित तौर पर नीम की पत्तियों, देवदारु, गुग्गल, राल और कपूर को साथ में जला सकते हैं। इसके अलावा कई लोग गुग्गल, इलायची, तुलसी, लौंग, गाय का घी, खांड वगैरह भी मिट्टी के पात्र में रखकर जलाते हैं। इसके धुएं से वातावरण स्वच्छ होता है।


Coronavirus Ayurveda Medicine

Cow Urine, Ayurveda and Sesame Oil: How Indian Health Authorities Asked Us to Counter Coronavirus

As the disease crossed borders and made its way to India, several health authorities and people in positions of power gave us advice on how we could counter the disease.

The Coronavirus outbreak death toll has reached 361 in China, with three confirmed cases in Kerala.
The Kerala government on Monday declared the novel coronavirus epidemic as a “state calamity” after a third student tested positive for the infection in the state, and assured that all necessary steps to ensure that the outbreak is effectively controlled.
The disease was first identified in Wuhan in China in December. Known for its contagious nature has been rapidly spreading, with several other countries reporting their first confirmed cases. As the disease crossed borders and made its way to India, several health authorities and people in positions of power gave us advice on how we could counter the diseases.
It started with the Ministry of AYUSH, which covers Ayurveda, Yoga & Naturopathy, Unani, Siddha, Sowa Rigpa and Homoeopathy.
The ministry’s notification, which sparked criticism on social media for spreading “misinformation”, comes with a disclaimer, stating that it does not claim to be treatment guidance for the coronavirus infection.
The ayurveda advice includes drinking "Shadang Paniya (Musta, Parpat, Usheer, Chandan,Udeechya & Nagar) processed water (10 gm powder boiled in 1 litre water, until it reduces to half)", and taking "Agastya Harityaki 5 gm, twice a day with warm water", "Samshamani Vati 500 mg twice a day", "Trikatu (Pippali, Marich & Shunthi) powder 5 gm and Tulasi 3-5 leaves (boiled in 1 litre water, until it reduces to ½ litre…)”, and "Pratimarsa Nasya: Instill two drops of Anu taila/Sesame oil in each nostril daily in the morning."
The Ministry of AYUSH wasn't the only one who found an Ayurveda solution. A doctor of Ayuverda and Siddha from Tamil Nadu, claimed to have found a 'cure' to the virus.

Monday 9 March 2020

Rajyog in Kundli : राजयोग के होते हैं 32 प्रकार, आपकी कुंडली में कौन-सा है व‍िराजमान




Rajyog in Kundli, Raj Yog kya hai :

 ज्‍योतिष में कुल 32 प्रकार के राजयोग माने गए हैं,

 जो व्‍यक्‍त‍ि को सर्वोच्‍च प्रतिष्‍ठा प्रदान करते हैं।

 जानें इनके बारे में व‍िस्‍तार से

Rajyog in Kundli in Hindi, Kundali Ke Rajyog : जीवन में जहां कदम-कदम पर संघर्ष होता है, वहीं कुछ व्‍यक्‍ति कुंडली में ऐसे योग लेकर जन्‍म लेते हैं क‍ि उनकी पूरी जिंदगी आराम, शासन और ठाट से गुजरती है। ऐसे लोगों के लिए ही कहा जाता है क‍ि वे राजयोग के साथ पैदा हुए हैं। प्राय: ऐसे लोगों को धन की कमी नहीं होती और जहां भी वे कदम रखते हैं, सफलता उनके साथ चलती है। यही नहीं, इनका व्‍यक्‍त‍ित्‍व भी अत्‍यंत प्रभावशाली होता है और लोग उनके सम्‍मोहन में बंधते चले जाते हैं। 
ज्‍योतिषाचार्य सुजीत जी महाराज के अनुसार, सुख और समृद्धि के अलावा जिसके पास बहुत बड़ी सत्ता हो, शक्ति हो और जिसके आदेश का पालन लोग करते हों, वही एक प्रकार का राजयोग है। राजयोग सभी योगों का राजा है। जन्मकुंडली में राजयोग की विधिवत व्याख्या की गई है। वैसे ज्योतिष में कुल 32 प्रकार के राजयोग होते हैं। प्रायः ये 32 योग एक साथ किसी कुंडली में मिलते नहीं हैं ।यदि ये सभी मिल जाय तो जातक चक्रवर्ती विश्व विजयी राजा होता है।

Tuesday 3 March 2020

हनुमान जी के इन मंत्रो का करें जाप, दूर हो जायेंगे सभी दोष, शत्रु होंगे पराजित!!


हनुमान जी के इन मंत्रो का करें जाप, दूर हो जायेंगे सभी दोष, शत्रु होंगे पराजित

जबलपुर। हनुमान जी को हिन्दू धर्म में बड़ा ही शुभ और मंगलकारी माना गया है। मंगलवार को इनका पूजन करना बहुत शुभफलदायी मन जाता है।  मंगलवार के दिन कई देवी देवताओं की उपासना की जाती है, लेकिन आज के दिन खासकर हनुमान जी की उपासना की जाती है। जिनके आगे काल भी नत्मस्तक हो जाता है। हनुमान जी को रुद्र यानि शिव का अवतार माना गया है। कहते हैं कि मंगलवार के दिन हनुमानजी के 5 मंत्रों का उच्चारण करने से आपका मंगल दोष भी खत्म हो जाता है। अगर आप अपने जीवन में अमंगल को मंगल करने के लिए सभी कोशिशें कर चुके हैं और फिर भी कुछ ठीक नहीं हो रहा है तो आइये ज्योतिषाचार्य सचिनदेव महाराज से जानते हैं हनुमान जी के 5 मंत्रों को, जिनका जाप करने से आपके सारे अमंगल कार्य मंगल हो जाएंगे।
Vaibhav Laxmi Mantra - माता लक्ष्मी की से चाहिए धन और वैभव तो करें इन मन्त्रों का जाप
श्रीहनुमान की उपासना से दूर होते हैं मंगल दोष-
ज्योतिष मान्यताओं में शिव अंश होने से मंगल के शुभ होने पर व्यक्ति समस्त सांसारिक सुखों को पाता है, किंतु अशुभ होने पर संतान, भूमि, धन, विवाह, पुत्र, विद्या, रोग आदि से जुड़ी पीड़ाओं का सामना करता है, यही कारण है कि मंगलवार के दिन मंगल दोष शांति का विशेष महत्व है।
पूजा के बाद श्री हनुमान के इन 5 असरदार मंत्रों का जप करें-
ॐ रूवीर्य समुद्भवाय नम: ॐ शान्ताय नम: ॐ तेजसे नम: ॐ प्रसन्नात्मने नम:ॐ शूराय नम:
इन 5 हनुमान मंत्रों के जप के बाद हनुमानजी और मंगल देव का ध्यान कर लाल चन्दन लगे लाल फूल और अक्षत लेकर श्रीहनुमान के चरणों में अर्पित करें। हनुमान जी की आरती कर मंगल दोष से रक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना करें।
Lord Ganesh Mantra In Hindi- गणेश जी के ये तीन मंत्र कर देंगे बाधा दूर
यदि आपकी भी कोई मनोकामना है तो नीचे लिखे हनुमान मंत्र का जप विधि-विधान से करने पर आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी। मंत्र इस प्रकार है-
मंत्र :महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते। हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये।।
जप विधि : प्रति मंगलवार सुबह जल्दी उठकर सर्वप्रथम स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र पहनें। इसके बाद हनुमानजी की पूजा करें और उन्हें सिंदूर तथा गुड़-चना चढ़ाएं। इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश का आसन ग्रहण करें। तत्पश्चात लाल चंदन की माला से ऊपर लिखे मंत्र का जप करें। इस मंत्र का प्रभाव आपको कुछ ही समय में दिखने लगेगा।

श्री हनुमान मूल मंत्र:
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥
द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र: हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।
फल: से इस मंत्र के बारे शास्त्रो में वर्णित हैं की यह मंत्र स्वतंत शिवजी ने श्रीकृष्ण को बताया और श्रीकृष्ण नें यह मंत्र अर्जुन को सिद्ध करवाया था जिसे अर्जुन ने चर-अचर जगत् को जीत लिया था।
कुंवारे भाई रहें सावधान, रक्षाबंधन का चंद्र ग्रहण कर सकता है ये असर
प्रेत बाधा दूर करे चमत्कारी हनुमान मंत्र- यदि इस मंत्र का जप विधि-विधान से किया जाए तो कुछ ही समय में ऊपरी बाधा का निवारण हो सकता है। यह हनुमान मंत्र इस प्रकार है-
मंत्र : हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।।
जप विधि :- स्वच्छ अवस्था में यानी स्नान आदि करने के बाद हनुमानजी की पूजा करें और उन्हें सिंदूर तथा गुड़-चना चढ़ाएं। इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश का आसन ग्रहण करें। तत्पश्चात लाल चंदन की माला से ऊपर लिखे मंत्र का जप करें। इस मंत्र का प्रभाव आपको कुछ ही समय में दिखने लगेगा।
मुसीबतों को दूर करने का मंत्र- श्री हनुमान की उपासना में आचरण व विचारों की पवित्रता के साथ अपनाना निर्भय और बेदाग जीवन का मंत्र भी माना गया है। नीचे बताई पूजा सामग्री और विशेष छोटे-पर असरदार हनुमान मंत्र से श्री हनुमान की उपासना आज करना न चूकें !
मंत्र : ऊँ हं हनुमंताय नम:।
जप विधि : स्नान के बाद श्री हनुमान मंदिर में जाकर श्री हनुमान की पूजा में केसर चंदन, अक्षत, लाल गुलाब के साथ अलावा विशेष रूप से चमेली का फूल आसान, किंतु अचूक हनुमान मंत्र के साथ अर्पित करें।इस मंत्र की 108 बार रुद्राक्ष की माला से जप भी संकटनाश में बहुत असरदार माने गए हैं। इसके साथ ही चमेली के तेल के साथ श्री हनुमान को सिंदूर चढ़ावें या चोला चढ़ाना भी शोक-पीड़ा मुक्ति की कामना के लिए मंगलकारी सिद्ध होगा। श्री हनुमान को यथाशक्ति भोग लगाकर गुग्गल धूप व गाय के घी के दीप से आरती करें व अक्षय सुख की कामना करें।
मां काली का ये मंत्र बना देगा शक्तिशाली, हर साधना होगी सिद्ध
इन मंत्रों में है आपार शक्ति
ॐ हनुमते नमः
ॐ वायु पुत्राय नमः
ॐ रुद्राय नमः
ॐ अजराय नमः
ॐ अमृत्यवे नमः
ॐ वीरवीराय नमः
ॐ वीराय नमः
ॐ निधिपतये नमः
ॐ वरदाय नमः
ॐ निरामयाय नमः
ॐ आरोग्यकर्त्रे नमः
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Kalsharpyogyantra

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How to wear in Lokit 

''108 om namah shivay ''Every 11 Monday shiv mantra proof.
Wear in Gold this yantra.11 Monday 
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